बुधवार, २५ जानेवारी, २०१७

Thomas Alva Edison


प्रारम्भिक जीवन 

थॉमस एडिसन का जन्म ११फरबरी  १८४७ को हुआ था,बचपन से ही इनके अजीवो गरीव कारनामे थे और आज इस इंसान के पूरी दुनिया को अजीवो कारनामो के बारे में पता चल गया है.
कहते है कामयाब इंसान सबसे अलग ही होते है,ऐसे ही थे थॉमस एडिशन.
जब इनका जनम हुआ तोह कुछ सालो बाद इन्होने एक पक्षी को आसमान में उड़ते हुए देखा तोह इन्होने सोचा कि पक्षी कीड़े खाते है इसलिए इन्होने  कीड़ो  का घोल अपने दोस्तों को पिलाने की कोशिश की,ये देखने के लिए की ये अब उडते है क्या.
उसके बाद जब ये स्कूल में थे तब इनके टीचर इनसे बुद्धू ,कम दिमाग का कहते थे ,ऐसा भी सुना है की इन्हे कम दिमाग का होने की वजह से स्कूल से निकाल दिया गया था.
थॉमस एडिसन जब छोटे थे तब इनके घर पर इनके स्कूल से एक लैटर भेझा गया,तब वोह पत्र लेकर अपनी माँ के पास गए और बोले की माँ देखो मुझे स्कूल से एक पत्र आया है,पढो इस पत्र में क्या लिखा है तब उनकी माँ पत्र को खोलकर देखने लगी और बोली की इस पत्र में लिखा है की हम सभी स्कूल वाले आपका बेटा बहुत होशियार है इसलिए हम इसे अपने स्कूल में नहीं पढा सकते,क्योकि हमारे स्कूल में आपके बच्चे को पढाने के लिए अच्छे अध्यापक नहीं है,हमारा स्कूल आपके बच्चे के लिए लायक नहीं है इसलिए हम आपके लड़के को स्कूल से हटाते है.
लेकिन वास्तव में स्कूल से निकाले जाने का कारण कुछ और ही था,उनकी माँ ने उनसे झूठ कहा था.दरहसल अध्यापक ये मानते थे की थॉमस मंदबुद्धि है.

रिसर्च की शुरुआत 

लगभग १० साल की उम्र में इन्होने अपनी पहली प्रयोगशाला खोली और वोह उसमे तरह तरह के रिसर्च करते,रिसर्च करने के लिए बहुत सारी चीजो की जरुरत पड़ती है,और इन चीजो को खरीदने के लिए पैसे की जरुरत पड़ती थी,ये अपने बचपन में पैसे कमाने के लिए ट्रेन में अखबार और सब्जी बेचते थे,और अपने प्रयोगशाला में काम करते थे.
दोस्तों इसी कम दिमाग के व्यक्ति ने दुनिया में ऐसा जलवा फैलाया की इनका जलवा आज भी कायम है
अगर आप ना मानो तोह अँधेरा होने दीजिये ,तोह सिर्फ और सिर्फ इनका ही  जलवा चारो तरफ दीखेगा ,मेरा मतलब जिस बल्ब को हम उपयोग करते है ,इसका अविष्कार इन्होने ही क्या है,एक ऐसा इंसान जिसको कम दिमाग का कहा गया फिर भी उन्होंने दुनिया में ऐसा मुकाम पाया है की शायद ही किसी ने पाया हो ,जब तक ये दुनिया रहेगी ,इनको याद जरूर करेगी.
कुछ time बाद उनकी माँ का स्वर्गवास हो गया और जब थॉमस एडिसन साइंटिस्ट बन गए तब अपने घर की चीजो को देख रहे थे तब उन्हें वोह लैटर मिला उन्होंने उस लैटर को पढा.पर उस पत्र में लिखा था की आपका लड़का बुद्धू है,इसका दिमाग कमजोर है इसलिए हम हमारे स्कूल में आपके बच्चे को नहीं पड़ा सकते.


थॉमस एडिसन अब एक महान साइंटिस्ट बन चुके थे,वाकई में इन्सान के अन्दर ऐसी ऐसी शक्तिया छुपी है अगर इन्सान ने उन शक्तियों को पहचान लिया तोह इन्सान असंभव को भी संभव कर सकता है,थॉमस एडिसन जिसको स्कूल से निकाल दिया गया था,वोह कितना आगे गए.
थॉमस अल्वा एडिसन एक अमेरिकी अविष्कारक और व्यापारी थे। उन्होंने अनेक यंत्र एवम युक्तिया विकसित की जिनसे संसार भर में लोगो के जीवन में भरी बदलाव आये। विद्युत् बल्ब तथा फोनोग्राफ सहित इन्होने हजारो आविष्कार किये। वे भरी मात्रा में उत्पादन के सिद्धांत को व्यवहार में लाने वाले पहले अन्वेषको में से एक थे। इसके अलावा खोज करने के लिए विशाल टीम का सहारा लेने वाले वे पहले अविष्कारक थे। इसलिए उन्हें पहली औद्योगिक अनुसंधान प्रयोगशाला स्थापित करने का श्रेय भी दिया जाता है।
एडिसन एक महान अविष्कारक थे, उनके समय में उन्होंने पुरे US के 1093 पेटेंट्स अपने कब्जे में कर रखे थे, और इसके अलावा यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और जर्मनी में भी उनके कई सारे पेटेंट्स है। उनके इन सभी पेटेंट्स का उनके अविशाकारो पर बहोत प्रभाव पड़ा। उनके पेटेंट्स के साथ ही उनके आविष्कार भी उस समय काफी प्रचलित होने लगे थे, जिनमे इलेक्ट्रिक लाइट और पॉवर यूटिलिटीज, साउंड रिकॉर्डर और मोशन पिक्चर भी शामिल है, जिन्होए बड़ी तेज़ी से पूरी दुनिया में प्रसिद्धि पायी। एडिसन के अविष्कारों में हमें अधिकतर मॉस-कम्युनिकेशन और टेली-कम्युनिकेशन से संबंध दिखाई देने लगता है। इसमें स्टॉक स्टीकर, वोट रिकॉर्ड करने की मशीन, इलेक्ट्रिक कार के लिए बैटरी, इलेक्ट्रिक पॉवर रिकॉर्डर और मोशन पिक्चर भी शामिल है।

उन्होंने जल्दी ही अपने इन अविष्कारों में प्रगति हासिल की और टेलीग्राफी ऑपरेटर में अपना करियर बनाना चाहियें। बाद में एडिसन ने इलेक्ट्रिक पॉवर निर्माण की यंत्रणा को विकसित किया और घर, व्यापार और फैक्ट्री में उसे बाटते रहे – जो आधुनिक दुनिया में एक विशाल अविष्कार के रूप में जाना जाने लगा। ये सब निर्माण करना के लिए उनका पहला स्टेशन न्यू यॉर्क की पर्ल स्ट्रीट में बना।

कोणत्याही टिप्पण्‍या नाहीत:

टिप्पणी पोस्ट करा