बुधवार, १५ मार्च, २०१७

Mark Zuckerberg


कोई इंसान चाहे तो क्या नही कर सकता और किसी चीज को पुरे दिल से चाहो तो ईश्वर भी आपकी सहायता करता है ऐसी ही कहानी है Mark Zuckerberg की ! उम्र सिर्फ 19 साल थी जब फेसबुक को शुरू किया था आइये जानते हैMark Zuckerberg के पुरे जीवनकाल के बारे में की कैसे एक साधारण लड़का youngest billionaires की list में शामिल हो गया !

संसार की दूसरी सबसे बिजी वेबसाइट :

फेसबुक इंक. एक अमेरिकी मल्टीनेशनल इंटरनेट कॉरपोरेशन है, जो सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट facebook चलाता है इसका मुख्यालय मेनलो पार्क कैलिफ़ोर्निया में है ! facebook सबसे ज्यादा पुरानी नहीं है और इसे फरवरी 2004 में शुरू किया गया था कंपनी की अधिकांश आमदनी विज्ञापनों से होती है ! और 2011 में एशिया मध्य में 3.71 अरब डॉलर थी इसमें 3539 कर्मचारी काम करते थे और 15 देशों में इसके कार्यालय है facebook google के बाद संसार की सबसे व्यस्त वेबसाइट है, लोग हर महीने facebook पर 700 अरब मिनट से भी अधिक समय बिताते है |


पहला आशियाई ऑफिस भारत में : 2010 में इसने एशिया में अपना पहला ऑफिस हैदराबाद, भारत में खोला ! मई 2012 में फेसबुक के 90 करोड सक्रिय सदस्य थे, जिनमें से अधिकतर मोबाइल के जरिए फेसबुक पर जाते हैं ! 2011 में भारत में इसकी 2.3 करोड़ सदस्य है जनवरी 2011 में फेसबुक ने fb.com डोमेन को 85 लाख डॉलर में खरीद लिया ! Facebook की लोकप्रियता को देखते हुए इसके शुरूआती वर्षों पर 2010 में "The Social Network" नामक फिल्म भी बनी !

104 अरब डॉलर की कंपनी : मई 2012 में Facebook का IPO 38 डॉलर प्रति शेयर के भाव पर आया, और इसके आधार पर कंपनी का मूल्य 104 बिलियन डॉलर अंका गया !Facebook की लोकप्रियता की वे कौन से मंत्र है, जिनकी बदौलत इसके संस्थापक मार्क जकरबर्ग संसार के सबसे युवा अरबपति बन गए ! Facebook में ऐसा कौन सा कमाल किया है, जिसकी वजह से Time Magazine ने इसके संस्थापक मार्क जकरबर्ग को 2010 का Person of the year चुना ! सफलता के वह कौनसे फार्मूले है जिन पर चलकर मार्क जकरबर्ग संसार के सबसे अमीर व्यक्तियों की Forbes सूची में 35 वें स्थान पर है और उनके पास 17.5 अरब डॉलर की संपत्ति है ?

बचपन के सबक : मिडिल स्कूल में पढ़ते समय ही मार्क जकरबर्ग को कंप्यूटर का चस्का लग गया था ! उन्होंने Programming के गुर सीखे ! आम तौर पर माता-पिता बच्चों के शौक को ज्यादा महत्व नहीं देते है ! लेकिन मार्क जकरबर्ग के पिता ने एक कंप्यूटर प्रोग्रामर से अपने बेटे को विशेष ट्यूशन दिलवाई !

जब बाकी बचे कंप्यूटर गेम्स खेलते थे तब मार्क जकरबर्ग गेम्स बनाने में जुटे रहते थे ! जाहिर है, बचपन का यह शौक बाद में उनके बड़ा काम आया !

कॉलेज में भी मार्क जकरबर्ग का कंप्यूटर प्रेम जारी रहा ! हार्वर्ड में पढ़ते समय उन्होंने FaceMash नाम से वेबसाइट बनाई, जिसमें उन्होंने दो लड़कों और दो लड़कियों के फोटो दिखाएं फिर उन्होंने वेबसाइट पर आने वाले लोगों से आग्रह किया कि वह ज्यादा आकर्षक फोटो को वोट दें !

पहले ही घंटे में 450 लोगों ने इंटरनेट पर इसे देखा ! वीकेंड पर शुरु हुई इस वेबसाइट की लोकप्रियता से हार्वर्ड का सर्वर बैठ गया ! इसलिए वेबसाइट बंद कर दी गई कई विद्यार्थियों ने शिकायत की कि उनके फोटो का इस्तेमाल उनकी बिना अनुमति के किया गया है ! जुकरबर्ग को माफी मांगनी पड़ी लेकिन इसके बाद उनकी लोकप्रियता और बढ़ गई !

नायाब विचार : मार्क जकरबर्ग के 3 साथी स्टूडेंट्स ने वेबसाइट का नाम हावर्ड कनेक्शन बनाने को कहा था ताकि हावर्ड के स्टूडेंट्स आपस में सम्पर्क कर सकें और जुड़ सकें ! यह सुनकर जकरबर्ग के मन में एक विचार आया कि क्यों ना एक ऐसी वेबसाइट बनाएं, जिस पर पूरी दुनिया में कहीं भी रहने वाले लोग आपस में बात कर सके और अपने फोटो वीडियो आदि दिखा सके !

एक पल में आया यही विचार आगे चलकर Facebook में तब्दील हो गया !

कंपनी की स्थापना: Facebook की स्थापना मार्क जकरबर्ग नाम के अमेरिकी कंप्यूटर प्रोग्रामर और इंटरनेट बिजनेसमैन ने अकेले नहीं की थी उनके 3 साथी Dustin MoskovitzEduardo Saverin
Chris Hughes और Andrew McCollumभी उनके साथ शामिल थे !

वैसे टीम के सबसे अहम सदस्य मार्क जकरबर्ग ही थे क्योंकि विचार भी उन्हीं का था और उन्होंने ही 2 सप्ताह तक प्रोग्रामिंग करके Facebook का पहला संस्करण तैयार किया था अंततः 4 फरवरी 2004 को Facebook वेबसाइट शुरू हो गई !

उस वक्त इसका नाम thefacebook.com था कंपनी के नाम से the तब हटा जब इसने 2005 में Facebook Domain 2 लाख डॉलर में खरीद लिया !


पहले ही वर्ष इसके 10 लाख सदस्य हो गए !
शुरआती संघर्ष : हर कंपनी को शुरुआत में बड़ा संघर्ष
करना पड़ता है ! आमतौर पर शुरुआत में पूंजी की कमी होती है, उस व्यवसाय का अनुभव भी नहीं होता, और लोगों को भरोसा भी नहीं होता आदि !

facebook शुरु करते समय मार्क जकरबर्ग को भी काफी संघर्ष करना पड़ा उनके पास ज्यादा पैसे नहीं थे, और हार्वर्ड के डोरमिटर रूम में रहकर ही उन्होंने यह काम किया ! उन्होंने 85 डॉलर प्रतिमाह पर एक सर्वर किराए पर लिया, और वेबसाइट शुरू कर दी Facebook शुरू करने के चंद महीनों बाद ही पैसो की समस्या ने उन्हें उन्हें चारों ओर से घेर लिया !

कंपनी चालू रखने के लिए जुकरबर्ग और उनके परिवार को लगभग 85 हजार डॉलर अपनी जेब लगाने पड़े ! जरा सोचें..... इतनी मेहनत के बावजूद पैसा आ नहीं रहा जा रहा था और संघर्ष केवल आर्थिक ही नहीं था facebook वेबसाइट शुरु होने के 6 दिन बाद ही हार्वर्ड के 3 वरिष्ठ विद्यार्थियों ने मार्क जकरबर्ग पर वैचारिक चोरी और धोखाधड़ी का आरोप लगाया उनका आरोप था कि उन्होंने जुकरबर्ग से  HarvardConnection.com नाम की Social Network बनाने को कहा था लेकिन उनका विचार चुराकर जकरबर्ग ने Facebook वेबसाइट शुरू कर दी !

इस आरोप से मार्क जकरबर्ग को काफी तनाव और सामाजिक ताने झेलने पड़े, लेकिन अंततः मामला सुलझ गया !
जैसा मार्क जकरबर्ग ने कहा है  
महत्वपूर्ण मोड़: facebook शौक से व्यवसाय में तब बदला जब 2004 के अंत में पिटर थील में 5 लाख डॉलर का निवेश किया, यह निवेश facebook के लिए इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि पिटर PayPal, YouTube, LinkedIn जैसी शुरुआती कंपनियों में निवेश कर चुके थे !

उनकी सलाह और मार्गदर्शन facebook के बहुत काम आया ! जाहिर है, facebook की प्रगति से थील को भी काफी लाभ हुआ उनका 5 लाख डॉलर के निवेश आज अरबो डॉलर में बदल चुका है !

तो अब बात आती है कि मार्क जकरबर्ग ने ऐसा क्या किया कि आज सफलता उनके कदम चूमती है तो आइए जानते है मार्क जकरबर्ग की सफलता के मंत्र
A Success Story Of Mark Zuckerberg In Hindi


1. जी तोड़ मेहनत करे: पैसे तो विरासत में भी मिल सकता है, लेकिन सफलता नहीं मिल सकते सफलता के लिए तो इंसान को स्वयं मेहनत करनी पड़ती है तभी जाकर वह कामयाबी कि मंजिल पर पहुंचता है !

facebook को सफल बनाने के लिए मार्क जकरबर्ग ने बहुत मेहनत की थी !

मार्क जकरबर्ग के अनमोल विचार

 मैं सोचता हूं कि लोगों के मन में बहुत सी काल्पनिक बातें रहती हैलेकिन क्या आप जानते हैंFacebook की असली कहानी बस इतनी है, की हमने पूरे समय बहुत कड़ी मेहनत की है ! मेरा मतलब है... असली कहानी शायद काफी बोरिंग है, मेरा मतलब है हम साल तक बस अपने कंप्यूटर पर बैठे रहते और कोडिंग करते रहते थे!"

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